गांव में शुरू करें ये बिजनेस बदल जाएगी किस्मत | Polyhouse farming business

पॉलीहाउस से करें लाखों की कमाई साथ में सरकार देगी सब्सिडी : Polyhouse farming business kaise kare

अगर आप किसान है या आपके पास गांव में थोड़ी बहुत भूमि है और आप व्यवसाय करना चाहते हैं तो आप इस Polyhouse farming business से जबरदस्त कमाई कर सकते हैं।  Polyhouse farming स्टार्ट करने के लिए इंडिया गवर्नमेंट द्वारा अनुदान राशि या सब्सिडी भी मुहैया करवाई जाती है। इसलिए जानिए गांव में शुरू होने वाला और बंपर कमाई वाला Best agro business polyhouse farming क्या है और कैसे करें 

आज के समय व्यवसाय से कमाई करने के लिए अगर टेक्नोलॉजी या नई तकनीक का सहारा लिया जाए तो उस बिजनेस के सक्सेस होने या उसमें अधिक कमाई होने के चांसेस काफी बढ़ जाते हैं।

कृषि में नई नई तकनीके अपनाने और नवाचार करने के लिए सरकार काफी प्रोत्साहित कर रही है ऐसी तकनीकी खेती यानी Polyhouse farming बिजनेस आइडिया के बारे में विस्तृत चर्चा करते हैं।

Polyhouse farming business

Polyhouse farming क्या है

कृषि में नई-नई तकनीक अपनाने के लिए और पैदावार में वृद्धि करने हेतु किसानों के साथ साथ सरकारों द्वारा भी विभिन्न तरह के प्रयोग किये जा रहे हैं। इन्हीं के तहत आजकल पॉलीहाउस फार्मिंग बिजनेस किसानों के लिए जबरदस्त कमाई का जरिया है।

इंडिया गवर्नमेंट द्वारा किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए पॉलीहाउस सब्सिडी योजना भी शुरू की गई है। इस योजना के तहत 16 से 80 लाख तक कि सब्सिडी के तहत बने पॉलीहाउस में किसान किसी भी तरह के मौसम या तापमान में विभिन्न प्रकार के फलों, सब्जियों, फूलों आदि की खेती आसानी से करके अपनी आय को कई गुना बढ़ा रहे हैं।

क्योंकि Polyhouse farming में किसान मार्किट की डिमांड के अनुसार पैदावार करते हैं। साथ पाली हाउस में बोई गई फसलों को किसी भी प्रकार की मौषम की भी मार नहीं पड़ती है तथा इसमें किट पतंगो व बिमारियों का भी खतरा काफी कम रहता है।

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पॉलीहाउस क्या होता है : What is polyhouse

पोली हाउस एक ऐसा स्टेकचर तैयार किया जाता है जिसको पॉलिथीन से कवर किया जाता है तथा इसके आकार भी अलग-अलग हो सकते हैं जैसे वृत्ताकार, अर्धवृत्त आकार, झोपड़ी नुमा, लंबे चोड़ें काफी प्रकार के होते हैं।

एक पोली हाउस में लगाए जाने वाले उपकरणों की सहायता से इसके अंदर के तापमान, नमी, आद्रता, प्रकाश आदि को नियंत्रित किया जाता है। 

पॉलीहाउस कितने प्रकार के होते हैं : Types of polyhouse

पोली हाउस कई प्रकार के होते हैं इनको ढांचे की बनावट के अनुसार अलग-अलग प्रकारों में विभाजित किया जाता है। एक पॉलीहाउस को विभिन्न तरीकों से बनाया जाता है जैसे झोपड़ी नुमा, गुबन्ददा कार, गुफा नुमा, चौकोर गोलाकार जैसे काफी डिजाइनों से इसका निर्माण किया जा सकता है।

Polyhouse farming business क्यों करना चाहिए

खेती किसानी के जरिये मोटी कमाई करने में इंटरेस्ट रखने वाले लोगों के लिए पॉलीहाउस बिजनेस आइडिया आज के समय एक अच्छी कमाई का साधन हो सकता है।

पॉलीहाउस या Polyhouse farming स्टार्ट करने के लिए सबसे अच्छी बात यह है की सरकारें इसमें लागत का लगभग 90 प्रतिशत तक सब्सिडी भी देती है।

पॉली हाउस बिजनेस में ऑफसीजनेबल यानि बेमौसमी सब्जियां, फल, फूलों आदि की खेती करके बहुत अच्छी कमाई की जा सकती है।

आप Polyhouse farming में विदेशी फलों और हर्बल फसलों को उगाकर भी जबरदस्त कमाई आसानी से कर सकते है।

पोली हाउस लगाने के लिए राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड और राष्ट्रीय बागवानी मिशन किसानों को सब्सिडी मुहैया करवाते हैं।

पोली हाउस में खेती करने में लागत काफी कम आती है तथा उपज अधिक होने के कारण कमाई ज्यादा होती है।

पोली हाउस को मेंटेन करने में लेबर कम लगती है साथ ही इसमें पानी की भी कम जरूरत होती है।

इसमें उगाई जाने वाली अधिकतर फसलें ऑफ सीजनेबल होने के कारण मार्केट में इनकी डिमांड अधिक रहती है।

मांग ज्यादा होने के साथ-साथ इनका रेट भी ज्यादा मिलता है जिससे कमाई चार गुना अधिक होती है।

विपरीत जलवायु परिस्थितियों में भी उच्च गुणवत्ता युक्त फसलों का उत्पादन होने के कारण Polyhouse farming business आय का एक अच्छा स्रोत है

पॉलीहाउस से प्रति एकड़ प्रतिवर्ष 8 लाख से लेकर 25 लाख रुपये तक कमाई आसानी से की जा सकती है।

पोली हाउस खेती एक नई तकनीक से की जाने वाली ऐसी उन्नत कृषि पद्धति है जिस में उगाई जाने वाली फसल के अनुसार परिस्थितियों को नियंत्रित किया जाता है। 

एक पॉलीहाउस में किसान के द्वारा उगाई गई फसल की आवश्यकता अनुसार तापमान मौसम जैसे नमी का स्तर, रोशनी, आद्रता, सूर्य की किरणें आदि को बाहरी जलवायु परिस्थितियों के अनुकूल किया जाता है।

Polyhouse farming business
Polyhouse farming business kaise kare

Polyhouse farming में कौनसी फसल उगाई जाती है

पॉलीहाउस खेती यानि Polyhouse farming को विभिन्न परिस्थितियों और आवश्यकतानुसार विभिन्न उद्देश्यों से किया जाता है। इसमें खीरा, ककड़ी, टमाटर, गोभी, बैंगन, शिमला मिर्च, पालक जैसी अनेक प्रकार की सब्जियों को उगाने के साथ-साथ कई तरह की विदेशी सब्जियां भी ऊगा सकते है यानि इनकी खेती की जा सकती है,

इनके अलावा एक पोलीहॉउस में फल जैसे ब्रोकली, स्ट्रौबरी, लेट्यूस, तरबूज, समर स्क्वेश आदि की पौध नर्सरी तैयार करके इनकी फसल का उत्पादन किया जाता है और ऊंचे रेट पर मार्किट में सप्लाई किया जाता है और जबरदस्त कमाई की जाती है।

भारत में एक पॉलीहाउस की लागत कितनी आती है : Investment of polyhouse farming in india

पोली हाउस बनाने के लिए उसकी लागत बनाने के एरिया पर निर्भर करती है भारत में 1 एकड़ एरिया में पोली हाउस बनाने के लिए 8 से लेकर 25 लाख रुपए तक की लागत आ सकती है,

क्योंकि एक पॉलीहाउस को बनाने में पॉलिथीन का प्रयोग किया जाता है और इसकी लागत इसके स्ट्रक्चर और पॉलिथीन की क्वालिटी पर भी निर्भर करती है। लेकिन भारत में एक पोलीहॉउस बनाने के लिए सरकारी द्वारा अच्छा खासा अनुदान भी मुहैया करवाया जा रहा है।

सारांश – Conclusion

इंडिया एक कृषि प्रधान देश है और यहां की अधिकतर जनसंख्या कृषि पर निर्भर है इसलिए कृषि में आधुनिक और नई तकनीक को अपना कर पैदावार को आसानी से बढ़ाया जा सकता है ऐसी ही किसानों की आय बढ़ाने वाली तकनीक यह Polyhouse farming है।

इसलिए अगर आप गांव में रहते हैं या गांव में आपके पास थोड़ी बहुत जमीन है तो आप सरकारी अनुदान या सब्सिडी की सहायता से वहाँ पॉलीहाउस लगाकर Polyhouse farming business के जरिये अपनी कमाई को कई गुना बढ़ा सकते हैं।

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