इंटरनेट का इतिहास, महत्व, उपयोग और विशेषताएं | History of internet in hindi

इंटरनेट क्या है इसका इतिहास और विकास – Internet history in hindi

आज हम जिस Internet सेवा की सहायता से विभिन्न तरह की ऑनलाइन सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं यह इस History of internet यानि इंटरनेट के इतिहास और विकास का कारण ही संभव हुआ है जानते हैं Internet क्या है इसका इतिहास यानि History of internet, Internet का महत्व, विकास और उपयोग क्या है।

दुनिया का सबसे बड़ा नेटवर्क है इंटरनेट, यह एक ग्लोबल कंप्यूटर नेटवर्क है। Internet network की सहायता से विश्व भर के लाखों-करोड़ों कंप्यूटर एक दूसरे से जुड़े रहते हैं।

इंटरनेट अनेक तरह की सूचनाएं और संचार सुविधाएं प्रदान करता हैं। History of internet या इंटरनेट नेटवर्क सेवा का इतिहास भी कंप्यूटर से जुड़ा हुआ है। भारत में सबसे पहले 1991 में इंटरनेट सेवा उपलब्ध हुई थी।

बचपन में जब हम कंप्यूटर या इंटरनेट सेवाओं के बारे में सुनते थे तो यह सब काल्पनिक लगता था लेकिन आज के समय Computer और Internet के विस्तार में इसको हर आदमी की आवश्यकता में परिवर्तित कर दिया है।

History of internet

इंटरनेट का इतिहास / History of internet in hindi

भारत में सर्वप्रथम राजीव गांधी ने भारत में कंप्यूटर के विकास के लिए (सैम पित्रोदा जिनका का जन्म इंडिया में ही यानी उड़ीसा में हुआ था) को बुलाया था।

इंडिया में कंप्यूटर का जबरदस्त विकास 90 के दशक में हुआ और इस समय इंटरनेट का भी विकास हो चुका था और कुछ सरकारी ऑफिसों व कंपनियों में कंप्यूटर को इंटरनेट की सहायता से एक दूसरे के साथ जोड़ा जा चुका था।

भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक विभाग द्वारा 1991 में अनेक संस्थानों और विश्वविद्यालयों को इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध करवाई गई और सर्वप्रथम 15 अगस्त 1995 को विदेश संचार निगम लिमिटेड इंटरनेट सेवा की शुरुआत हुई।

उसी समय इंडिया की सबसे पहली वेबसाइट इंडिया world.com शुरू हुई जिसको अमेरिकी सर्वर से राजेश जैन नाम के व्यवसायी द्वारा शुरू किया गया। इसी वर्ष अजीत बालाकृष्णन द्वारा प्रारंभ की गई वेबसाइट rediff.com ने कंप्यूटर क्रांति को लोगों में पॉपुलर बनाने में मुख्य भूमिका निभाई थी।

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भारत में इंटरनेट की शुरुआत कब हुई

सन 1998 में सबसे पहले निजी कंपनियों को इंटरनेट सेवा देने की अनुमति प्राप्त हुई थी निजी कंपनियों को इंटरनेट मिलने के बाद इस इंटरनेट ने आम लोगों के बीच भी अपना विकास करना या जाल बिछाना शुरू कर दिया था।

भारतीय भाषाओं में पहली ईमेल सेवा ई- पत्र की शुरुआत सन 2000 में हुई और उसी समय इंडिया गवर्नमेंट ने सूचना प्रोधोगिकी का अधिनियम लागू कर दिया था। उस समय तक इंटरनेट के लिए काफी मारामारी होती थी फिर इंटरनेट के लिए साइबर कैफे खोले गए।

शुरुआत में साइबर कैफे वाले 50 से 60 रुपये प्रति घंटा के हिसाब से चार्ज वसूल करते थे तथा इंटरनेट की स्पीड भी उस समय बहुत कम होती थी।

इंटरनेट से फोन करने की सेवा कब शुरू हुई

भारतीय दूरसंचार विभाग ने 1 अप्रैल 2002 को इंटरनेट से फोन करने की सुविधा को अनुमति प्रदान करती थी। 4 नवंबर 2003 को निजी कंपनियों को अपने गेटवे खोलने की अनुमति भी प्रदान करती गई थी।

फिर फोन कंपनियों ने अपने फोन कनेक्शन के साथ इंटरनेट सेवा देना शुरू किया उस समय हमारे घर ऑफिस या कंप्यूटर तक इंटरनेट फोन लाइन की सहायता से ही पहुंचता था।

धीरे-धीरे सन 2005 में जब कंप्यूटर सस्ते हुए यानी 60 से 70 हजार रुपये में मिलने वाला कंप्यूटर 30 से 40 हजार रुपये में मिलने लगा तो Internet Business में भी जबरदस्त उछाल आया।

इंटरनेट ब्रॉडबैंड सेवा : Internet broadband services

इंटरनेट के लिए मिलने वाली ब्रॉडबैंड सेवा ने इस कारोबार के पंख लगाने का काम किया, शुरुआत में टेलीफोन, टेलीविजन, रेडियो, इंटरनेट आदि सभी सेवाएं ब्रॉडबैंड कनेक्शन से ही चलते थे।

History of internet और इसके विकास में ब्रॉडबैंड सेवा का काफी महत्व है ब्रॉडबैंड सेवा ने इंटरनेट नेटवर्क स्पीड (Internet speed) में काफी इजाफा किया है।

और उसके बाद नई वेबसाइट लांच करने की होड़ लग गई और सभी समाचार पत्रों ने इंटरनेट न्यूज़पेपर और टेलीविजन चैनलों ने अपने वेबसाइट लॉन्च करना शुरू कर दिया।

History of internet in hindi
Internet kya hai

इंटरनेट क्या है : Internet kya hai

इंटरनेट सुविधा दुनिया भर के कंप्यूटर सिस्टम, मोबाइल फोन जैसे डिवाइस को जोड़ने का एक जरिया है Internet किसी तरह की कोई संस्था, कंपनी या कोई संगठन नहीं है।

यह पूरे वर्ल्ड में मौजूद कंप्यूटरों का एक विशाल नेटवर्क है जो एक दूसरे को आपस में जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आज के समय इंटरनेट दुनिया का सबसे लोकप्रिय और बड़ा नेटवर्क है।

आज के समय में इंटरनेट सेवा का लाभ करोड़ों लोग उठा रहे हैं और इसके कारण ही E – mail, वर्ल्ड वाइड वेब, एफटीपी, ई-कॉमर्स आदि सुविधाएं उपलब्ध होने लगी है।

इन सभी सेवाओं का लाभ उठाने और कंप्यूटरों या मोबाइलों कैसे डिवाइस को इंटरनेट से जोड़ने के लिए हमें किसी भी कंपनी से Internet connection लेने की आवश्यकता होती है जो कि हमें इंटरनेट सेवा उपलब्ध करवा सकें।

इंटरनेट का विकास : Internet growth in india

आज के समय कोई भी व्यक्ति इंटरनेट सेवा का शुल्क देकर आसानी से इसका कनेक्शन ले सकता है इसके लिए हमारे पास कुछ हार्डवेयर सॉफ्टवेयर होने जरूरी है जैसे कंप्यूटर मोबाइल इत्यादि।

इंटरनेट का कनेक्शन लेने के लिए हमारे पास विंडोज आधारित जी सी या कोई भी पेंटियम मौजूद हो जो आपके कंप्यूटर में लगा हो मॉडम जो कंप्यूटर के अंदर या बाहर भी लगाया जा सकता है। 

टेलिफोनिक कनेक्शन वायरलेस या वायर के द्वारा भी उपलब्ध है आजकल मोबाइल में High Speed Internet कनेक्शन लेने के लिए बहुत ही कम पैसे खर्च करने की आवश्यकता होती है और इसे आसानी से लिया जा सकता है यह इंटरनेट के विस्तार के कारण ही संभव हो पाया है।

History of internet के बारे में सवाल – FAQs

Q1. इंटरनेट की शुरुआत कब हुई?

सर्वप्रथम इंटरनेट की शुरुआत अमेरिका के अमेरिकी रक्षा विभाग में अन्वेषण के कार्य हेतू 1960 में की गई थी। शुरू में इंटरनेट को ARPANET के नाम से जाना जाता था।

Q2. इंटरनेट के संस्थापक कौन है?

दुनियाभर में इंटरनेट का जनक या संस्थापक विंट सेर्फ को माना जाता है। यह इंटरनेट के साथ साथ टीसीपी या आईपी प्रोटोकॉल के निर्माण के भी सह – डिज़ाइनर थे।

निष्कर्ष – Conclusion

आज के समय इंटरनेट सबके लिए एक जरूरत बनता जा रहा है इंटरनेट के महत्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की आजकल हर घर में इंटरनेट कनेक्शन मौजूद होता है शिक्षा, व्यापार, सुरक्षा आदि में इंटरनेट की उपयोगिता है। History of internet यानि इंटरनेट का इतिहास और इसका विकास कैसे हुआ के बारे में आपके कोई सवाल हो तो कमेंट करें।

दोस्तों आशा करते हैं आपको यह आर्टिकल इंटरनेट का इतिहास और महत्व (History of internet and importance in hindi) जरूर पसंद आया होगा, कॉमेंट करके जरूर बताना और इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर भी करना।

|| इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद ||

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