भारत में एआई का भविष्य और संभावनाएं | Future of artificial intelligence in India

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से क्या खतरे है और इसको लेकर संभावनाएं : Possibilities and future of artificial intelligence in India

आज के समय पूरे विश्व में एआई यानि Artificial intelligence को लेकर चर्चा हो रही है एआई को लेकर काफी तरह की संभावनाएं, Future of artificial intelligence और इसके खतरों के बारे में भी विशेषज्ञों के अलग-अलग मत सामने आ रहे हैं इस आर्टिकल में हम भारत में एआई का भविष्य यानि Future of artificial intelligence in India इसके खतरे और संभावनाओं के साथ साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे और नुकसान के बारे में भी चर्चा करने वाले हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में बुद्धि को जीवन में कुछ भी कर पाने के लिए कंप्यूटर की तरह ही गणनाओं या सूचनाओं का लेनदेन माना जाता है। Artificial intelligence यानि एआई में भाषा ज्ञान, याददाश्त, सीखने की काबिलियत, तर्कशीलता जैसी बातें भी शामिल हो सकती है।

एआई में जटिलता या कॉम्प्लेक्सिटी थ्योरी नामक विज्ञान की धारा का इस्तेमाल हुआ है जिसमें किसी भी चीज में विकसित हुए जटिल खाके के अनुसार उसकी फितरत में बदलाव आता है।

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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है और इसका भविष्य : Future of artificial intelligence in India

एआई यानि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बहुत तरह के काम किए जा सकते हैं यह हैरतअंगेज तरीकों से लोगों को इम्प्रेस कर सकते हैं। इससे इंसानों की तरह बातचीत की जा सकती है।

Artificial intelligence से प्राकृतिक भाषा में वार्तालाप कर सकते हैं। इसलिए वार्तालाप के दौरान वास्तविक और फेक में अंतर करना कठिन हो सकता है।

एआई से लोग भावनात्मक जुड़ाव, मेडिकल सलाह, जरूरी सूचनाओं आदि के लिए भरोसा करेंगे और इस तरह आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से गलत सूचनाएं फैलने का डर सदैव बना रह सकता है। एआई के दुरूपयोग होने का खतरा भी सदैव बना रह सकता है।

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आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का विस्तार और महत्व

आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के महत्व को देखते हुए इसका उपयोग बढ़ता जा रहा है अब एआई का इस्तेमाल मेडिकल के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में लगातार तेजी से बढ़ रहा है। आजकल कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों के इलाज में भी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मदद ली जा रही है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर कुछ विशेषज्ञों का मानना है की अगर इस का उपयोग सही या उचित तरीकों से किया जाए तो एआई आने वाले समय इंसानों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। 

इस टेक्निक का इस्तेमाल अलग अलग तरह से लोगों की मदद करने में किया जा रहा है इसी के तहत बोलने में असमर्थ लोगों के लिए एआई आधारित लैंग्वेज डिकोडिंग विकसित की गई है जो ऐसे लोगों के मन मे आने वाले विचारों को उनकी अपनी भाषा में बदल देता है।

एआई इस तरह के लोगों की भाषा को एफएमआरआई स्कैन की मदद से पढ़ सकता है। यह लकवा जैसी बीमारी में बोलने में असर्थ व्यक्ति की सोच को टेक्स्ट में बदल सकता है।

Artificial intelligence टेक्नोलॉजी आधारित चैट जीपीटी, बिंग, बार्ड जैसे अनेकों लार्ज लेन्वेज मॉडल को काफी अधिक राइटिंग पर प्रशिक्षित किया है इसलिए यह अगले वाक्य का अनुमान लगाने में समर्थ होते है।

क्या एआई के आने से लोगों को नौकरी खोने का खतरा है

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकसित होने से अलग अलग तरह की नौकरियों के प्रभावित होने के भी अनुमान भिन्न भिन्न तरह से लगाए जा रहे हैं। एक रिसर्च के अनुसार अमेरिका जैसे देश की 80 प्रतिशत वर्कफोर्स का लगभग 10 प्रतिशत कार्य एआई से प्रभावित हो सकता है।

कुछ विशेषज्ञों का मानना है की ऐसे काम जिनमें कस्टमर का सामना नहीं करना होता है उनमें से 30 से 40 प्रतिशत काम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से ऑटोमेटिक होने शुरू हो सकते हैं।

इसलिए यह कहना सही है कि कुछ प्रतिशत कर्मचारियों की नोकरियां एआई से प्रभावित हो सकती है।

इसी को देखते हुए कुछ बड़ी कंपनियों ने एआई टूल्स के इस्तेमाल पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। लेकिन इसके विपरीत कुछ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समर्थक ऐसे भी है जिनका ये भी मानना है कि एआई के विकसित होने से नए क्षेत्रों में अनेक तरह के रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

इसलिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के भविष्य यानि Future of artificial intelligence को लेकर विशेषज्ञ लोगों के अलग अलग मत सामने आ रहे हैं।

Artificial intelligence को लेकर सावधानी बरतना क्यों जरूरी है?

आज के समय विश्वभर में बढ़ती हुई टेक्नोलॉजी को लेकर अलग-अलग तरह के क्यास लगाए जा रहे हैं। ऐसे ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर भी कुछ आवश्यक सावधानियां बरतने की भी अक्सर सलाह दी जाती है।

  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से हमारे रहने और कार्य करने के तरीकों में व्यापक बदलाव आएगा।
  • रोबोटिक्स और वर्चुअल रियलिटी जैसी तकनीकों से उत्पादन और निर्माण के तरीकों में क्रांतिकारी परिवर्तन देखने को मिलेगा। 
  • ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय के एक अध्ययन में बताया गया है कि केवल अमेरिका में अगले दो दशकों में डेढ़ लाख से भी अधिक नोकरियां Artificial intelligence के कारण खत्म हो जाएगी।
  • विशेषज्ञों का कहना है कि सोचने-समझने वाले रोबोट अगर किसी कारण या परिस्थिति में मनुष्य को अपना दुश्मन मानने लगें, तो यह मानवता के लिये खतरा भी पैदा हो सकता है। सभी मशीनें और हथियार बगावत कर सकते हैं। ऐसी स्थिति की कल्पना हॉलीवुड की टर्मिनेटर फिल्म में भी की गई है।
  • आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस युक्त मशीनों के इस्तेमाल से जितने फायदे हैं उतने ही ज्यादा इसको लेकर खतरे भी बताये जाते हैं।
  • लेकिन ये भी मानना होगा कि समय के साथ टेक्नोलॉजी में बदलाव भी जरूरी होता है लेकिन किसी भी टेक्नोलॉजी का उपयोग करते समय सावधानियां बरतना भी बेहद आवश्यक होता है।
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भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर संभावनाएँ : Possibilities of Artificial Intelligence in India

इंडिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शुरुआती अवस्था में है और देश में कई ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें इसे लेकर प्रयोग किये जा सकते हैं।

भारत के विकास में एआई की संभावनाओं को देखते हुए उद्योग जगत ने भी भारत सरकार को सुझाव दिया है कि उन क्षेत्रों की पहचान करने की आवश्यकता है जहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करना फायदेमंद साबित हो सकता है।

भारत सरकार भी ये चाहती है कि सुशासन के लिहाज़ से देश में जहां संभव हो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जाए। 

इसके लिए सरकार ने उद्योग जगत से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल के लिये एक मॉडल तैयार करने में सहयोग करने की अपील की है तथा उद्योग जगत ने भारत सरकार से कुछ बिंदुओं पर फोकस करने को कहा है।

विशेषज्ञों का मत है कि Artificial intelligence के लिये देश में एक अथॉरिटी बने जो इसके नियम-कायदे तय करे और हर क्षेत्र में इस की निगरानी करे तथा गवर्नमेंट उन क्षेत्रों की भी पहचान करें जहाँ प्राथमिकता के आधार पर एआई का इस्तेमाल किया जा सकता है।

इंडिया में एआई का उपयोग किन क्षेत्रों में किया जा सकता है

इंडिया में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की अपार संभावनाओं को देखते हुए इसका इस्तेमाल निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जा सकता है।

  • भारत में शिक्षा के क्षेत्र में एआई का उपयोग किया जा सकता है।
  • यहां ऊर्जा के क्षेत्र में भी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में काफी संभावनाएं हैं। 
  • भारत में स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी एआई को लेकर काफी संभावनाएं व्यक्त की जा रही है।  
  • परिवहन के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल किया जा सकता है। 
  • भारत एक कृषि प्रधान देश होने के कारण एग्रीकल्चर भी एआई के लिये उपयुक्त क्षेत्र हो सकता हैं।
  • इन के अलावा भारत में और भी काफी ऐसी फील्ड है जहां Artificial intelligence का प्रयोग किया जा सकता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्या फायदे हैं? : Benefits of artificial intelligence in hindi

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विगत कुछ वर्षों में चर्चा का विषय रहा है। वैज्ञानिक इसके अच्छे और बुरे परिणामों को लेकर समय-समय पर विचार-विमर्श करते रहते हैं।

आज के समय विकास को गति देने और लोगों को बेहतर सुख-सुविधाएं मुहैया कराने के लिये प्रत्येक क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है और इसी के तहत इस नई तकनीक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को विकसित किया गया है।

आजकल बढ़ते हुए शहरीकरण, औधोगीकरण तथा भूमंडलीकरण ने देश के विकास की गति को रफ्तार देने का काम किया है लेकिन इन सब के कारण कुछ नई समस्याएं भी उत्पन्न हुई है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को इस तरह की समस्याओं से राहत पाने और देश के विकास को गति देने में फायदेमंद माना जाता है।

एआई के नुकसान : Side effects of artificial intelligence in hindi

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आने से होने वाले फायदों के साथ-साथ कुछ विशेषज्ञों का यह भी मानना हैं कि एआई के विकसित होने इंसानों को सबसे बड़ा नुकसान हो सकता है,

क्योंकि इंसानों द्वारा किये जाने वाले कामों में मशीनों का उपयोग बढ़ने का अनुमान है क्योंकि एआई तकनीक हर तरह के कामों में खुद से ही निर्णय लेने लगेंगी, जिससे इंसानों की नोकरियां कम हो सकती है।

इसलिए अगर उन पर नियंत्रण नहीं किया गया तो वे मानव सभ्यता के लिये हानिकारक हो सकते हैं। ऐसे में इनके इस्तेमाल से पहले इनसे होने वाले लाभ और हानि दोनों को संतुलित करने की जरूरत हो सकती है।

निष्कर्ष – Conclusion

पूरी दुनियाभर में वक्त के साथ साथ टेक्नोलॉजी में बदलाव का चलन सदियों से चला आ रहा है और इसी के तहत इस एआई या Artificial intelligence को विकसित किया गया है। इसको लेकर भारत मे भी अनेक संभवनाएं है।

इस आर्टिकल में हमनें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का महत्व, विस्तार, भविष्य यानि Future of artificial intelligence in India तथा इसके खतरे, लाभ, हानि आदि के बारे में विस्तृत चर्चा की है, अगर एआई को लेकर आपके भी कोई सुझाव या विचार हो तो आप कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं।

दोस्तों आपको यह आर्टिकल कैसा लगा कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं तथा इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शेयर भी करें ताकि उनको भी एआई के भविष्य यानि Future of artificial intelligence in India के बारे में जानकारी प्राप्त हो।

इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद

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