आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है और इसका महत्व | Artificial intelligence in hindi

Artificial intelligence क्या है और इसके उपयोग – Type of artificial intelligence in hindi

कुछ वर्षों में कंप्यूटर टेक्नोलॉजी ने बहुत तेज रफ्तार से तरक्की की है। कंप्यूटर की सहायता से मन निर्मित जीवन के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial intelligence in hindi) लाइफ पर भी बहुत काम हुआ, मनोविज्ञान और Ai दोनों ही विषयों के बुनियादी सवाल एक जैसे ही है।

एआई क्या है : What is artificial intelligence in hindi

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक प्रकार का कंप्यूटर साइंस का एक सब-डिवीजन है और इसकी जड़ें पूर्णतया कंप्यूटिंग सिस्टम पर आधारित हैं। एआई का अंतिम लक्ष्य ऐसे उपकरणों का निर्माण करना है जो बुद्धिमानी से और स्वतंत्र रूप से कार्य कर सकें और मानव श्रम और मैनुअल काम को कम कर सकें।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रकार : Tipe of Artificial intelligence in hindi

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को कई प्रकार से विभाजित किया गया है इसके प्रकार निम्नलिखित होते है –

  • पूर्णतः प्रतिक्रियात्मक (Purely Reactive)
  • सीमित स्मृति (Limited memory)
  • मस्तिष्क सिद्धांत (Brain theory)
  • आत्म-चेतन (self consciousness)

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुआत कैसे हुई

यह समझने की कोशिश की गई कि हम किसी चीज को कैसे समझते हैं यानी जो भी जैव रासायनिक प्रक्रिया हमारे शरीर में होती है दिमाग तक कैसे पहुंच पाती है क्या हमारा दिमाग भी एक कंप्यूटर है और इन्ही  सवालों ने ही वैज्ञानिकों के मन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर जिज्ञासा पैदा करने का काम किया।

बहुत से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वैज्ञानिक यह मानते हैं कि दिमाग और मन का रिश्ता कंप्यूटर और एक प्रोग्रामिंग की तरह है जैसे कंप्यूटर अलग-अलग पार्ट से बनी एक मशीन है प्रोग्रामिंग के बिना वह कुछ भी नहीं है।

उसी तरह शरीर में दिमाग जैव रासायनिक तत्वों से बना हार्डवेयर है पर कुछ ऐसा भी जरूर है जो एक सॉफ्टवेयर है।

एआई में हमारी बुद्धि को जीवन में करने के लिए कंप्यूटर की तरह गणनाओं या सूचनाओं का लेनदेन माना जाता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के शुरुआती दौर में सैद्धांतिक पक्ष को एक साइबरनेटिक्स कहा जाता था।

पहले रोबोट का निर्माण किया गया लेकिन यह तो वहां मौजूद चीजों के मुताबिक ही अपना व्यवहार बदलते हैं लेकिन मानव बुद्धि कुछ और ही है क्योंकि इसमें ज्ञान भाषा, याददाश्त, सीखने समझने की शक्ति, तर्कशीलता आदि बातें भी शामिल होती है।

एआई में जटिलता या कंपलेक्सिटी Complexity theory नामक विज्ञान की धारा का इस्तेमाल किया गया है जिसमें किसी भी चीज में विकसित हुए खाके के मुताबिक उसकी फितरत में बदलाव आता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर चर्चा

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर काफी समय से काम हो रहा था लेकिन कुछ समय पहले आये एआई चैटबॉट चैट जीपीटी ने इसको लेकर होने वाली बहस और इस काम मे तेजी लाने का काम किया है।

आप के समय कोई तो इस एआई को उपयोगी होने का दवा कर रहा है तो कोई इसे खतरनाक बता रहा है कइयों का कहना है कि यह इंसानों की उपयोगिता को कम कर सकता है।

निष्कर्ष

आशा करते हैं कि आपको यह लेख Artificial intelligence in hindi जरूर पसंद आया होगा और Artificial intelligence के बारे बताई गई जानकारी आपके लिए उपयोगी भी हो सकती है।

इस लेख के बारे में अपने विचार कॉमेंट में जरूर बताएं तथा इसे शेयर भी करें।

||धन्यवाद||

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मेरा नाम Sujal Bishnoi है और में राजस्थान से हूँ, मै Techsujal.com का फाउंडर और टेक्नोलॉजी ब्लॉगर हूँ। इस ब्लॉग पर आपको Technology, Digital marketing, blogging, website, Seo से सम्बंधित उपयोगी जानकारियां दी जाती है।

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